हमने उनको कहा कि
हमें तो आपसे इश्क हो गया
खामोशी छायी है अब वहां
बात कहां , MSG भेजना भी बंद हो गया
कहा हमने उनसे खता माफ कीजिए
दोस्ती का संबंध था, निभाना बंद हो गया
न बात, न मुलाकात होती है अब
उनके घर के चौराहे के पास जाना बंद हो गया
याद आती है तो पुराने खत(Msg) पढ़ते है, तस्वीर देखते है
बचे हुए उन प्रमाणों से रोना अब बंध हो गया
ए खुदा, तू भी गजब की लीला करता है
खुद ही पहले मिलवाता है, जब मिलने को चाहा मैंने, तो मिलना बंद हो गया।…
~ शुभम
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