तिरंगा
लिख पाऊं कुछ इसकी शान में इतनीमेरी औकात कहां,समेट ले चंद अल्फाजों में कलम में ऐसी बात कहां। नाम इसका सुनते ही खून मेरा खौल…
लिख पाऊं कुछ इसकी शान में इतनीमेरी औकात कहां,समेट ले चंद अल्फाजों में कलम में ऐसी बात कहां। नाम इसका सुनते ही खून मेरा खौल…
हमने उनको कहा किहमें तो आपसे इश्क हो गया खामोशी छायी है अब वहांबात कहां , MSG भेजना भी बंद हो गया कहा हमने उनसे…
आज मेरा दिल मचल रहा है,सुनो शहर में आग लगा दो,और,आशिक़ जो बेजार हो चुके है उनको मेरे अस्सार सुना दो। ये, महफिलों में इतना…
छोटी सी ज़िन्दगी में उलझने हज़ार ,सुलझाने जाएं तो आ जाता है भुखार |उलझन एक हो तो समझ भी आये ,हर कदम पर उलझन हो…